अपने पैरों पर खड़े होकर चलो!
पैरों की धरती पर कदम रखें है बहुत जरूरी। यह हमें ज़िंदगी में दृढ़ बनाता है। अपनी खामियों को स्वीकार कर लेना भी चाहिए और उन पर प्रबल होना क
पैरों की धरती पर कदम रखें है बहुत जरूरी। यह हमें ज़िंदगी में दृढ़ बनाता है। अपनी खामियों को स्वीकार कर लेना भी चाहिए और उन पर प्रबल होना क
यह जीवन का सत्य है। तू| चाहिए दूसरों पर निर्भर रहने की ।निर्णय के साथ आगे बढ़ो। लोग तुम्हें स्वीकार करेंगे, जब तुम अपने सपनों को जीते हो